"कभी कभी ऐसा क्यों होता है कि दुनिया भरी भरी और मन खाली खाली सा होता है..खुश होने की हजार वजहे होती हैं दिल बेवजह उदास कोने खोजने लगता है..जब कोई भूला ही न हो,पर कोई याद भी सताती हो..होंठों पर मुस्कुराहट इतरा रही हो और आंखे भींग जाने का बहाना तलाश कर रही हों.. शायद उदासियों के मौसम बिन बुलाये आ जाते हैं..जैसे कोई करीबी दोस्त आ जाये बिना किसी खबर के बेवजह ही...."
बहुत खूबसूरत ब्लॉग जीजी! आपसे अपेक्षा है के अब बेहतरीन चीज़ें, जो हम सब को मोटीवेट करें एक अच्छा जीवन जीने के लिए, और आप अपने मन की सुन्दर बातें यहाँ लिखें और शेयर करें .. शुभ मंगलकामनाएं जीजी ..
बहुत खूबसूरत ब्लॉग जीजी! आपसे अपेक्षा है के अब बेहतरीन चीज़ें, जो हम सब को मोटीवेट करें एक अच्छा जीवन जीने के लिए, और आप अपने मन की सुन्दर बातें यहाँ लिखें और शेयर करें .. शुभ मंगलकामनाएं जीजी ..
ReplyDeleteशुक्रिया शेखर भैया!!सलाह और सहयोग दोनो की दरकार रहेगी..और आप सब की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की पूरी कोशिश भी..
ReplyDeleteकभी कभी .... हाँ, बस कभी कभी, ये उदासी ही तो सबसे प्यारी सखी होती है :)) welcome to the world of blogging Veena!
ReplyDeleteशुक्रिया अपर्णा !!अब आप सब का साथ है, तो चल पड़े हैं इस नई राह पर...
ReplyDeleteउम्मीद है लेखनी भी साथ देगी आप की तरह..